Month: August 2021

स्वतंत्रता दिवस कविता कोश

आज़ादी का दिन आया

आज़ादी का दिन आया,

लाल किले पर ध्वज फहराया, 

शोभा देख किले कि आज, 

हर चेहरे पर मुस्कान है छाया।

राष्ट्रगान से झूमा देश, 

जब तिरंगा किले पर लहराया, 

तोपों की देकर सलामी, 

जन-गण का गान सब ने गाया।

फूलों की वर्षा किले पर, 

ढोल नगाड़ों के संग बरसाया, 

वीर शहीदों की कुर्बानी, 

आज़ादी का सुख बनकर बरसाया।

जाति धर्म का भेद ना दिखता, 

अखंड भारत का पाठ पढ़ाता, 

हर युवा एक स्वर में कहता, 

भारत माता की जय, भारत माता की जय।।

भारत की शान

अमर हुए उन वीरों की 

कुर्बानी ना व्यर्थ करेंगे।

हम भारत की शान बन कर, 

अपना सर्वस्व कुर्बान करेंगे।।

Supriya Shaw…

शीर्षक — तिरंगा हमारा 

हमारा आन तिरंगा है,, 

हमारा शान तिरंगा है,, 

हमारी जान तिरंगा है।। 

हमारा अरमान तिरंगा है,, 

हमारा जहान तिरंगा है,, 

हमारी पहचान तिरंगा है।। 

हमारा  इमान तिरंगा है,, 

हमारा अभिमान तिरंगा है,, 

हमारा मुकाम तिरंगा है।। 

हमारा बलिदान तिरंगा है,, 

हमारा पयाम तिरंगा है,, 

हमारा एहतराम तिरंगा है।। 

तिरंगें से ही है हमारा सबकुछ,, 

तिरंगा ही है हमारे लिए सबकुछ।। 

जो आंख इसकी ओर उठायेगा,, 

खाते हैं भारत माता की सौगंध,, 

वो गद्दार वीर सपूतों के हाथों बच ना पायेगा।। 

सिर पर अपने कफ़न बांध लिया है हमनें,, 

हरदम इसकी सुरक्षा करने का ठान लिया है हमनें।। 

जाये तो चले जाये प्राण भले ही,, 

है इस बात का अब कोई गम नहीं,, 

हम है भारती माता की संतान,, 

कभी भी किसी से हम कम नहीं।। 

है हमें अपना तिरंगा जान से भी प्यारा ,, 

इस पर न्योछावर है हमसबका ये जीवन सारा ।।

— ©Alfaj_ E_ Chand (Moon) ✍✍

आपके हौसले, इरादे, आत्मविश्वास, दुनियादारी, प्रेम और समर्पण पर कविता

स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त पर बाल कविता

15 अगस्त 2021 को भारत देश की स्वतंत्रता को पूरे 75 साल पूरे हो जाएंगे। उन वीरों को हम नमन करें, स्वतंत्रता दिवस पर बाल कविता हिंदी में ।

आज़ादी की लहर

आज़ादी की लहर

आज़ादी का परचम तब लहराया था, 

जब अनगिनत माताओं के लाल ने रक्त बहाया था।

हर रक्त का एक-एक क़तरा आज बना वरदान है, 

आज़ादी की हर साँस पर उनकी कुर्बानी का नाम है।

गाथाएं सुर वीरो की जब-जब दोहराई जाएगी, 

जाने कितने वीरो के सीनो में देशभक्ति की ज्योत जलेगी।

अमर शहीद भगत सिंह जैसे वीरो की कहानी, 

हर बच्चो के सीने में हर रोज दोहराई जाएगी। 

अमर रहेंगे हरदम ये तिरंगे से इनकी याद जब आएगी,

आज़ादी की लहर बनकर सबकी नज़रें तिरंगे पर ठहर जाएगी।।

भारत मेरी शान

भारत मेरी शान

भारत मेरी शान, जीवन मिला वरदान, 

कृतज्ञ हम उन सुर वीरों की, 

आज़ादी का परचम जिन्होंने लहराया है।

अमर रहेगा नाम उनका, 

हर भारतवासी के सीने में।

बच्चे बूढ़ों की ज़ुबानी उनकी गाथाएं दोहराएंगे, 

आने वाले हर पीढ़ी को ये सबक ज़रूर सिखाएंगे।

मेरा वतन

मेरा वतन

जहां है शांति और अमन का राज, 

जहां चारों धाम का होता मिलाप, 

बसते जहां हर धर्म के वासी, 

हर भाषा का अनोखा मेल होता जहां,

वह है मेरा वतन।।

गंगा, जमुना, सरस्वती का अनोखा संगम होता जहां, 

मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे का दर्शन साथ करते यहां, 

तुलसी, कबीर, सूरदास जैसे अनगिनत कवियों की,

कविताओं में रचा बसा मिलता मेरा वतन, 

खेत खलियानों से सजी-धजी, 

धरती उपजाऊ मिलती जहां, 

वह है मेरा वतन।।

Supriya Shaw….

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