आज़ादी का दिन आया
आज़ादी का दिन आया,
लाल किले पर ध्वज फहराया,
शोभा देख किले कि आज,
हर चेहरे पर मुस्कान है छाया।
राष्ट्रगान से झूमा देश,
जब तिरंगा किले पर लहराया,
तोपों की देकर सलामी,
जन-गण का गान सब ने गाया।
फूलों की वर्षा किले पर,
ढोल नगाड़ों के संग बरसाया,
वीर शहीदों की कुर्बानी,
आज़ादी का सुख बनकर बरसाया।
जाति धर्म का भेद ना दिखता,
अखंड भारत का पाठ पढ़ाता,
हर युवा एक स्वर में कहता,
भारत माता की जय, भारत माता की जय।।
भारत की शान
अमर हुए उन वीरों की
कुर्बानी ना व्यर्थ करेंगे।
हम भारत की शान बन कर,
अपना सर्वस्व कुर्बान करेंगे।।
Supriya Shaw…
शीर्षक — तिरंगा हमारा
हमारा आन तिरंगा है,,
हमारा शान तिरंगा है,,
हमारी जान तिरंगा है।।
हमारा अरमान तिरंगा है,,
हमारा जहान तिरंगा है,,
हमारी पहचान तिरंगा है।।
हमारा इमान तिरंगा है,,
हमारा अभिमान तिरंगा है,,
हमारा मुकाम तिरंगा है।।
हमारा बलिदान तिरंगा है,,
हमारा पयाम तिरंगा है,,
हमारा एहतराम तिरंगा है।।
तिरंगें से ही है हमारा सबकुछ,,
तिरंगा ही है हमारे लिए सबकुछ।।
जो आंख इसकी ओर उठायेगा,,
खाते हैं भारत माता की सौगंध,,
वो गद्दार वीर सपूतों के हाथों बच ना पायेगा।।
सिर पर अपने कफ़न बांध लिया है हमनें,,
हरदम इसकी सुरक्षा करने का ठान लिया है हमनें।।
जाये तो चले जाये प्राण भले ही,,
है इस बात का अब कोई गम नहीं,,
हम है भारती माता की संतान,,
कभी भी किसी से हम कम नहीं।।
है हमें अपना तिरंगा जान से भी प्यारा ,,
इस पर न्योछावर है हमसबका ये जीवन सारा ।।
— ©Alfaj_ E_ Chand (Moon) ✍✍
आपके हौसले, इरादे, आत्मविश्वास, दुनियादारी, प्रेम और समर्पण पर कविता