कम उम्र में बालों का गिरना एक बहुत बड़ी समस्या
आजकल कम उम्र में बालों का गिरना एक बहुत बड़ी समस्या बन चुकी है
कारण पढ़ाई का बोझ, डिप्रेशन, तनाव, घर से दूर हॉस्टल और लॉज में पढ़ाई अथवा नौकरी के लिए जाना, जिसके कारण असमय भोजन और पौष्टिक तत्व की कमी होना।
डैंड्रफ की समस्या, बाल गंदे होने की वजह से बालों का झड़ना, तेल ना लगाना, जिसके कारण बालों में रूखे पन की समस्या उत्पन्न हो जाती है और बालों की नमी चली जाती है, जिसके कारण बाल झड़ने लगते हैं।
इन सभी कारणों की वजह से बाल कब झड़ जाते हैं हमें पता भी नहीं चलता और हम बालों के ऊपर ध्यान नहीं दे पाते हैं।
क्योंकि कम उम्र में हमारे शरीर को जितनी पौष्टिक तत्वों की ज़रूरत होगी और हम उतना नहीं दे सके तो इन सब का प्रभाव सबसे ज़्यादा हमारे बालों पर आंखों पर पड़ता है। जिसके कारण बाल गिरते हैं और हमें पता भी नहीं चलता कि यह किस वजह से हो रहा है।
कुछ बातों पर ध्यान देकर हम असमय बालों का झड़ना रोक सकते हैं –
बालों में तेल का मसाज
बालों में रूखेपन की समस्या को दूर करने के लिए नियमित मसाज ज़रूरी है। तेल से बालों में नमी बनी रहती है जिससे डैंड्रफ की समस्या नहीं होगी। बालों के झड़ने का मुझे कारण डैंड्रफ होता है।
विटामिन युक्त भोजन का सेवन
भोजन में हरी सब्ज़ियों का प्रयोग सबसे ज़्यादा ज़रूरी है। हम कितनी भी विटामिन की गोलियां खा ले, मगर जो पोषक तत्व हरी फल, सब्ज़ियों से मिलती है वह किसी दवाइयों से नहीं।
आंवला
आंवला का सेवन खाने से लेकर बालों में लगाने तक करना उपयोगी है। आंवला को नारियल तेल में उबालकर छानकर रख लें और इसे नियमित रूप से लगाएं। बालों का झड़ना और बालों के रूखेपन की समस्या से निजात मिलेगी।
दूसरा सूखे आंवले के साथ शिकाकाई को रात में भिगोकर सुबह लगाने से भी अस्थाई रूप से निजात पा सकते हैं। आंवला का उपयोग अगर कम उम्र से ही शुरु कर दिया जाए तो बालों की समस्या कभी नहीं होगी और बाल स्वास्थ्य बने रहेंगे।
सुबह की धूप बालों के लिए विटामिन डी का काम करती है
अक्सर समय की कमी की वज़ह से सुबह की धूप बच्चों को नहीं मिल पाती है जिससे विटामिन डी की कमी की वजह से बालों का ग्रोथ नहीं होता। जो बाल बचे रहते हैं वह भी कमज़ोर होकर झड़ते रहते हैं।
बालों को कर्ली या स्ट्रेट करने वाले मशीनों से बचे
बालों को कर्ली और स्ट्रेट करने वाली मशीन से बजे। यह बालों को कमज़ोर बना देते हैं बाल पतले होकर झड़ने लगते हैं।
केमिकल ट्रीटमेंट से बचे
बालों को अलग-अलग हेयर स्टाइल बनाने के लिए पार्लर में केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है। बालों को कलर करने वाले केमिकल कुछ समय के लिए बालों को सुंदर दिखाते हैं, लेकिन बाद में वहीं बालों की असली सुंदरता ख़राब कर देते हैं। और हमें हमेशा केमिकल वाले कलर पर डिपेंड होना पड़ता है। अगर शुरू से ही बालों पर कोई केमिकल नहीं लगाए तो बाल नेचुरल और शाइनी दिखेंगे।
अमोनिया युक्त कलर बालों को ख़राब कर देते हैं इसलिए अगर एक उम्र के बाद कलर लगाना भी है तो अमोनिया वाले कलर का इस्तेमाल ना करें। यह बालों की असली चमक को खराब कर देते हैं।
ऐसी ही छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देकर हम अपने बालों की देखभाल कर सकते हैं और उसे असमय झड़ने से रोक सकते हैं।
उषा पटेल
छत्तीसगढ़, दुर्ग
फेयरनेस क्रीम का इस्तेमाल
कविता – प्रेम विरह कविता