जग जननी है तू , जग पालक है तू
हर पग रोशन करने वाली है तू
माँ, बेटी, बहन, पत्नी है तू
जीवन के हर सुख-दुख में शामिल है तू
शक्ति है तू, प्रेरणा भी है तू
नारी हर घर की शोभा है तू ।।
दुख को दूर कर खुशिया बिखेरे तू
आँचल की ममता लिए
नैनो की आंसू पिए है तू
शक्ति है तू हर नर की
शोभा है तू हर घर की
आई विपदा जब-जब धरती पर
बनी दुर्गा, कभी काली बनी तू
नारी हर घर की शोभा है तू।।
By – Vikash Kumar
Digital Marketing Stretegist
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