कविता – नव वर्ष तुम्हारा अभिनन्दन
❣️❣️कविता – नव वर्ष तुम्हारा अभिनन्दन❣️❣️
नव वर्ष तुम्हारा अभिनन्दन
कर जोड़ तुम्हें करते वंदन
आना लेकर खुशियाँ तुम
न हो अब कहीं करुण क्रंदन
सर्व प्रथम माँ का अभिनंदन
जिसने जहाँ दिखाया
कोटि कोटि फिर गुरु को वंदन
कैसे जीना है, सिखाया..
गत वर्ष गया कभी खुशी कभी गम से
ये नया साल गुजरे सुख से
यही कामना करते मिलकर
सब खुश हो नव वर्ष तेरे रुख से
अभिनंदन हर उस व्यक्ति का
जो जीवन में आया
गुण- अवगुण विश्लेषण करके
परिमार्जन विकल्प सुझाया
नव दिशा, नव दशा, नव कौशल
यूँ मुझे सिखाया
जीवन युध्ध के हर हथियार से
मुझको रूबरू कराया
आओ मिलकर सब
स्वागत में खुशी मनाएं
नव वर्ष 2023 की सभी को
हार्दिक शुभकामनाएं 🙏
🌺🌺कविता – नये साल की बेला पर 🌺🌺
ज़रा देखो दिसंबर जा रहा है
महीना जनवरी का आ रहा है
अंधेरी रात छटने को हुई जब
नया देखो सवेरा आ रहा है
नये साल की बेला पर झूम रहा संसार
हर माह बित गए, गए सारे त्यौहार
नया सवेरा, नयी किरण के साथ
मिट जाए ग़म उस ढलते चाँद के साथ
गुलों की शाख से खुशबु चुरा के लाया है
तुम्हारे वास्ते खुशी चुरा के लाया है
दस्तक दी है नये साल ने, बहोत से सपने लाया है
खुश रहो आप हमेशा इतनी दुआ लाया है
आओ बीते साल की यादों का जश्न मनाते है
नये साल की आने की खुशी मनाते है
हँसते मुस्कुराते रहो, खुशियों की हो धमाल
नई ऊंचाइयों को छू लो, आप हो जाए मालामाल
नये साल की शुरुआतों से,
आपकी ज़िन्दगी भर जाये उजालों से..!!
उषा पटेल
छत्तीसगढ़