💦💦सावन आया 💦💦
सबसे पावन मास आया है सावन,
सरस, सुरम्य और बड़ा मनभावन!
मृदंग तान से जब गड़गड़ाएं,
तीव्र वेग से जब बहे हवाएं,
गूंज उठी जब सभी दिशाएँ,
मयूर नृत्य करने को चले आएं,
माटी की सौंधी खुशबू है छाई,
खिल उठी कलियाँ जो थी मुरझाई,
पंछियों की कलरव ध्वनि है सुनाई,
प्रकृति ने ली है फिर से अंगड़ाई,
ओढकर चादर हरियाली की,
देखो सावन आया,
भक्ति और मस्ती का महिना आया,
दिल को ठंडक देने बरसात आया,
रिमझिम बदला लेकर, सावन आया,
आओ सखी झूला झूलें,
मिलकर गाये मनहर गीत,
नाचूं गाउँ सखिया संग,
चारों ओर फैली है खुशियाँ,
सावन में जब आते भोले बाबा,
हर परेशानी हर मुसीबत कर लेती तौबा,
सब मंदिरों की बढ़ जाती शोभा,
सावन भी खुशी से झूम जाता,
देखो सावन आया, भक्ति का
और मस्ती का महिना आया।
🌺🌺सावन के महीने में शिव भक्ति 🌺🌺
सावन का है महीना पावन,
करे जो पूजा वर पावे मन भावन,
शिव कृपा बरसे मेघ समान,
सोमवार का व्रत करे, शिव को अपना मान।
पहुँच रहे हैं काँवरिया अब,
बाबाजी के द्वार,
बम-बम भोले, बम- बम भोले,
कर-कर के जयकार।
सब मंदिरों की बढ़ जाती शोभा,
हर मंदिर में भक्तों का तांता,
सावन भी खुशी से झूम जाता,
हर नारी के मन को लुभाता।
कोई हरिद्वार जा रहा,
तो कोई जा रहा काशी की ओर,
हर तरफ़ है खुशी ही खुशी,
डमरू बज रहा चारो ओर।
सावन में होता शिव का श्रृंगार,
व्रत कथा पढ़कर करे सोलह सोमवार,
बेलपत्ता, धतूरा, भांग, फल चढ़े भरपूर,
दूध-दही, घी, शक्कर, शहद, से होता अभिषेक।
विश्व का कण-कण शिव मय है,
मन वांछित पूरी करें, शिव की भक्ति अपार,
जय भोले जय-जय शिव-शंकर,
हम बालक पर करो कृपा।
उषा पटेल
दुर्ग,
छत्तीसगढ़