होली का त्योहार रंगों का त्योहार है। पकवानों का त्यौहार है, हर नफरत और मनमुटाव को भूलकर एक होने का त्यौहार है, और हमारी सभ्यता, संस्कृति का त्यौहार है, बूढ़े, बच्चे, जवान हर किसी को रंग लगाकर प्यार और आशीर्वाद बाँटने का त्यौहार है। इसी प्यार और स्नेह के त्यौहार पर एक सुंदर कविता –
जग जननी है तू , जग पालक है तू हर पग रोशन करने वाली है तू माँ, बेटी, बहन, पत्नी है तू जीवन के हर सुख-दुख में शामिल है तू शक्ति है तू, प्रेरणा भी है तू नारी हर घर की शोभा है तू ।।
दुख को दूर कर खुशिया बिखेरे तू आँचल की ममता लिए नैनो की आंसू पिए है तू शक्ति है तू हर नर की शोभा है तू हर घर की आई विपदा जब-जब धरती पर बनी दुर्गा, कभी काली बनी तू नारी हर घर की शोभा है तू।।
By – Vikash Kumar Digital Marketing Stretegist LinkedIn
बालों को सिल्की और शाइनी दिखने के लिए हम महंगे से महंगा शैंपू, कंडीशनर का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन जब शैंपू और कंडीशनर के अत्यधिक इस्तेमाल से हमारे बाल गिरने, झड़ने लगते हैं तब हेयर फॉल की समस्या से परेशान होकर हम मेडिकल ट्रीटमेंट लेते हैं। मगर हर कोई मेडिकल ट्रीटमेंट के बारे में नहीं सोचता है, और यही चाहता है कि कुछ घरेलू और असरदार उपाय मिल जाएं तो इस परेशानी से हमेशा के लिए छुटकारा मिल जाएगा।
घरेलू नुस्खे, घरेलू उपाय हमेशा ही कारगर सिद्ध हुए हैं। और इसके नियमित इस्तेमाल से बाल झड़ने की समस्या से हमेशा के लिए छुटकारा भी मिल जाता है।
तो आइए ऐसे ही कुछ असरदार हेयर मास्क के बारे में जानेंगे जिसके इस्तेमाल से हेयर फॉल की समस्या से हमेशा के लिए निजात मिल जाएगा।
1 . दो-तीन चम्मच शिकाकाई को दही के साथ मिलाकर मिश्रण बना लें और इसे बालों पर बालों की जड़ों में अच्छी तरह लगा ले और आधे घंटे तक इस पैक को बालों पर लगा रहने दे, फ़िर शैंपू कर लें।
(इससे बालों में मजबूती के साथ चमक भी आएगी)
2. मेथी को भिगोकर पीसकर अच्छा पेस्ट बना लें, इसे बालों की जड़ों में और बालों के ऊपर अच्छी तरह लगाकर 30 मिनट तक छोड़ दे। उसके बाद हल्का शैंपू कर ले।
( इसका इस्तेमाल महीने में दो या तीन बार कर सकते हैं। बालों में कंडीशनर का काम भी करता है मेथी, और मेथी में मौजूद प्रोटीन, आयरन, निकोंटिनिक एसिड बालों को जड़ों से मजबूत बनाते हैं। )
3. करी पत्ता को पीसकर उसमें भृंगराज पाउडर 2 टेबल स्पून मिलाकर बालों पर लगाएं। इसे पूरे स्कैल्प और बालों पर हल्के हाथों से लगा कर 30 मिनट तक रहने दें, फिर शैंपू कर लें।
( यह बालों के लिए बहुत लाभदायक उपाय है और आसानी से किया जा सकता है )
4. नीम के पत्तों को छाया में सुखाकर पाउडर बना लें या बाजार से खरीद लें। दो-तीन चम्मच नीम के पाउडर में एक नींबू का रस मिलाएं, और पानी डालकर पेस्ट तैयार कर ले।
और इसका इस्तेमाल महीने में एक या दो बार करें, बालों का गिरना ज़रूर रुकेगा।
5. आंवले के पाउडर में नींबू का रस मिलाकर अच्छा पैक तैयार कर लें। और इसे स्कैल्प और बालों पर लगाएं। यह बालों को जड़ों से मजबूती प्रदान करने में सहायक है। हम सभी जानते हैं आंवले का इस्तेमाल बालों के लिए हमेशा से ही अच्छा रहा है। और अगर इस में नींबू का रस मिलाकर लगाते हैं तो इसका असर दोगुना हो जाता है।
6.एलोवेरा का जेल निकालकर बालों पर लगाएं और इसे 30 मिनट के बाद धो लें। इसके नियमित इस्तेमाल से बालों का गिरना बंद हो जाएगा।
यह सभी उपाय घरेलू हैं। इसमें कोई केमिकल नहीं है। इनके नियमित इस्तेमाल से बालों का झड़ना तो रुकेगा ही साथ ही साथ वह घने लंबे और शाइनी भी दिखेंगे।
6 फरवरी 2022 को भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने मुंबई स्थित ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में अपनी आखिरी सांसे ली।
28 सितंबर 1929 से 6 फरवरी 2022 तक का सफ़र –
लता जी का जन्म 28 सितंबर 1929 में इंदौर मध्यप्रदेश में हुआ था। उनके पिता दीनानाथ मंगेशकर थे। वह भी एक कुशल रंगमंच गायक थे।
स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने अपने जादुई और मनमोहक आवाज़ में 25 भाषाओं में गाना गाया है।
इनकी छवि एक पार्श्व गायिका के रूप में प्रसिद्ध रही है। उनकी सुरीली आवाज़ में वह जादू है जिसको सुनकर जाने कितनों की आंखों में आंसू आ जाते, तो कितने मन मुग्ध होकर खो जाते, वहीं सरहद पर बैठे जवानों को हौसला मिल जाता, तो कहीं किसी की ख़ुशी का कारण बन जाता है। किसी ना किसी तरह उनकी आवाज़ दिल को छू लेने वाली आवाज़ है।
लता मंगेशकर के संघर्ष के दिन
सफ़लता आसान नहीं होती है हर किसी के लिए, उनके लिए भी संघर्षपूर्ण रही। लता जी को भी अपने शुरुआती दिनों में कई संगीतकारों ने उनके पतले आवाज़ की वज़ह से गाने से मना कर दिया करते थे। उनकी तुलना प्रसिद्ध पार्श्व गायिका नूरजहां के साथ की जाने लगी थी। लेकिन अपनी मेहनत और काबिलियत के बल पर लता जी को अपार सफ़लता मिली और उनकी गायकी को फिल्म जगत में एक मज़बूत स्थान मिला।
सफ़लता के दिन
लता जी की प्रतिभा को 1947 में पहचान मिली, जब वह फ़िल्म ‘आपकी सेवा में’ उन्होंने गीत गाया था। उसे लोगों ने बहुत सराहा और फ़िर एक के बाद एक कई फ़िल्मों में उन्हें गाने का मौका मिलता चला गया।
लता जी ने 25 भाषाओं में 50,000 से भी ज़्यादा गाना गाए हैं। उन्होंने बड़े-बड़े संगीतकारों के लिए गाना गाया है। एस डी बर्मन, मदन मोहन, अनिल विश्वास, शंकर जयकिशन, नौशाद, सी रामचंद्र, सलिल चौधरी, लक्ष्मीकांत प्यारेलाल जैसे सभी संगीतकारों ने उनके काम को सराहा है और उनके लिए अनेकों गाने लता जी ने गाए हैं। लता जी ने 712 गाने संगीत निर्देशक लक्ष्मीकांत प्यारेलाल के लिए गाए हैं।
लता जी को अनगिनत अवार्ड, पुरस्कार, सम्मान मिले हैं। जिसकी एक छोटी सी सूची नीचे दी हुई है।
1994 में, फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड मिला
2008 में, भारत की आजादी के 60 वीं वर्षगांठ स्मृति के दौरान “लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड” से सम्मानित किया गया।
भारत सरकार पुरस्कार
1969 में, पद्म भूषण से सम्मानित
1989 में, दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित
1999 में, पद्म विभूषण से सम्मानित
2001 में, भारत रत्न से सम्मानित
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार
वर्ष 1972 में, फ़िल्म परिचय के गाने के लिए सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका
वर्ष 1974 में, फ़िल्म कोरा कागाज़ के गाने के लिए सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका
वर्ष 1990 में, फ़िल्म लेकिन के गाने के लिए सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका
फिल्मफेयर पुरस्कार
1959 में, “आजा रे परदेसी” (मधुमती) के लिए सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका
1963 में, गीत “कहीं दीप जले कहीं दिल” (बीस साल बाद) के लिए सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका
1966 में, गीत “तुम्हीं मेरे मंदिर, तुम्हीं मेरी पूजा” (ख़ानदान) के लिए सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका
1970 में, गीत “आप मुझे अच्छे लगने लगे” (जीने की राह) के लिए सर्वश्रेष्ठ महिला पार्श्व गायिका
1995 में, गीत “दीदी तेरा देवर दिवाना” (हम आपके हैं कौन) के लिए फिल्मफेयर विशेष पुरस्कार
इनके अलावा भी उन्हें कई अन्य पुरस्कार, सम्मान, उपलब्धियां है।
लता जी के प्रसिद्ध फिल्मों के गाने
उन्होंने जिन प्रसिद्ध फ़िल्मों में गाना गाए हैं उसमें दो आंखें बारह हाथ, मदर इंडिया, बरसात, दो बीघा ज़मीन, मुगल-ए-आजम, महल, एक थी लड़की, जंगली, मधुमति, बीस साल बाद, ख़ानदान, जीने की राह, हम आपके हैं कौन, ऐसे कई फिल्मों को अपनी आवाज़ देकर लोकप्रिय फिल्म बनाई है। उनकी आवाज़ के दीवाने कल भी थे आज भी हैं और सदा रहेंगे। उनका यह गाना – रहे ना रहे हम
सच है वह रहें या ना रहें उनकी आवाज़ हमेशा हम सब की धड़कनों में ज़िंदा रहेगी।