सर्दियों में डैंड्रफ की समस्या बढ़ जाती है, जो बालों के साथ – साथ चेहरे और आंखों को भी प्रभावित करती हैं। रूसी की वजह से बालों का बुरा हाल हो जाता है। कई बार बाल झड़ने की दिक्कत भी पैदा हो जाती है।
तो आइये जानते हैं कि इसके लिए क्या करना चाहिए।
बालों से रूसी की छुट्टी
नींबू से पाए रूसी से छुटकारा
एक नींबू का रस निचोड़े और इसे स्कैल्प पर लगाएं। इसे 30 मिनट तक ऐसे ही रहने दें और फिर, गुनगुने पानी से धो लें। यह स्कैल्प में जलन पैदा कर सकता है लेकिन नींबू में एंटीमाइक्रोबियल गुण होने से यह छिद्रों को अच्छी तरह से साफ कर देगा। इस प्रकार डैंड्रफ दूर हो जाएगा और त्वचा साफ होने लगेगी।
नारियल तेल से राहत
नारियल तेल में पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में होते हैं। नारियल तेल को गुनगुना करें और इससे धीरे- धीरे स्कैल्प पर मालिश करें। पूरी रात बालों को ऐसे ही छोड़ दें और अगली सुबह हल्के हर्बल शैम्पू से बालों को धो लें।
एलोवेरा का कमाल
एलोवेरा का एक ताज़ा पत्ता लें और इसमें से जेल निकाल लें। फिर जेल को धीरे – धीरे अपने स्कैल्प पर लगाकर मालिश करें और इसे आधे घंटे के लिए रहने दें। इसके अलावा थोड़ा एलोवेरा जैल अपने मुहांसे पर लगाएं। जब तक यह सूख न जाए, तब तक ऐसे ही रहने दें। कुछ समय बाद धो लें।
“दही और नींबू” इन दोनों में प्राकृतिक अम्लीय गुण होते है।
2 बड़े चम्मच ताजे दही में नींबू के रस की कुछ बूंदे डालकर पेस्ट तैयार कर लें। इसे चेहरे पर और बालों में 15-20 मिनट तक इस पेस्ट को लगा रहने दें। फिर इसे सादे पानी से धो लें।
बालों की देखभाल की आदत डालें
नियमित रूप से दिन में दो बार कंघी करें। जिससे बालों के रोम साफ रहते हैं। इसलिए सुबह के अलावा रात को सोने से पहले भी बालों में कंघी करें।
उच्च गुणवत्ता वाले एंटी- डैंड्रफ शैंपू लगाएं जो नियमित शैंपू से बेहतर होते हैं। हफ्ते में कम से कम दो बार इससे बालों को धोएं।
कंडीशनर को स्कैल्प से बचाकर लगाएं। सिर्फ बालों को लगाना चाहिए। अगर इसे स्कैल्प पर रगड़ते हैं, तो प्रोडक्ट का अवशेष डैंड्रफ को बढ़ा देगा।
सिर धोने के लिए गर्म पानी की बजाय गुनगुने या ठंडे पानी का प्रयोग करें।
बालों में तेल लगाकर मसाज करें।
सर्दियों के दौरान गर्म पानी से बाल धोने के चलते सिर की त्वचा सुखी और परतदार बन जाती हैं। तेल इस्तेमाल न करना भी इसका एक अहम कारण है।
सिर से निकलने वाले तेल का स्राव अधिक होने से भी रूसी होती है। अनियमित ढंग से शैंपू करना मुश्किल बढ़ा देता है जिससे खुजली वाली परते बना सकता है।
लक्षण..
डैंड्रफ होने पर सफेद तेल युक्त धब्बे दिखने लगते हैं। ठंड में दिक्कत बढ़ जाती है मृत त्वचा पपड़ी बनकर रूसी के रूप में सामने आती है। ऐसा एलर्जी से भी होता है।
तो दोस्तों बालों की देखभाल करें और रूसी से छुटकारा पाएं।
बेसन और गेहूं के आटे को मेथी और देशी मसाला मिलाकर बने मेथी के थेपला बनाएं, आप इन्हें टिफिन में तो रख ही सकते हैं, कहीं घूमने जाए तो थेपला बनाकर ले जाएं, पूरी जैसा बैलकर तल लें कुरकुरा थेपला बहोत दिन तक खराब नहीं होते, और रोटी की तरह सेंककर भी बनाया जाता है।
आवश्यकसामग्री :
गेहूं का आटा – 1 कप
बेसन – 1/4 कप
मेथी – 1/2 कप
दही – 1/4 कप
तेल – 1/4 कप आटे में डालकर गूंथने के लिए और थेपला सेकने के लिए या तलने के लिए
धनिया – 1/2 छोटी चम्मच
नमक – 1/2 छोटी चम्मच या स्वादानुसार
अजवायन – 1/4 छोटी चम्मच
लाल मिर्च – 1/4 छोटी चम्मच
हल्दी पाउडर – 1/4 छोटी चम्मच
विधि :
गेहूं के आटे को किसी बर्तन में निकाल लीजिए उसमें बेसन, लाल मिर्च पाउडर, हल्दी पाउडर , धनिया पाउडर, नमक, अजवायन, कटी हुई मेथी, दही और दो छोटे चम्मच तेल डालकर अच्छी तरह मिला लीजिए। पानी की सहायता से नरम आटा गूंथ लीजिए। आटे को 20 मिनट के लिए ढककर रख दीजिए। आटा सेट होकर तैयार हो जाएगा। हाथ पर थोड़ा सा तेल लगाकर आटे को मसलकर चिकना कर लीजिए।
तवा गरम कीजिए। आटे से थोड़ा सा एक छोटे नींबू के बराबर आटा लीजिए, और गोल लोई बनाकर तैयार कर लीजिए। गेहूं के सूखे आटे में लपेटकर चकले पर रखिए, और पतला बेल लीजिए। गरम तवे पर थोड़ा सा तेल डालकर चारों और फैलाए।
अब बेले गये थेपला को तवे पर डाल दीजिए। जब थेपला का कलर ऊपर से थोड़ा डार्क हो जाए तब थेपला को पलट दीजिए, ऊपर की ओर 1 छोटी चम्मच तेल डालकर फैलाइये। मीडियम ऑंच पर थेपला को दोनो ओर पलट पलट कर अच्छी ब्राउन होने तक सेकिए। सारे थेपले इसी प्रकार सेंक कर तैयार कर लीजिए।
स्वादिष्ट मेथी थेपला बनकर तैयार है। इन्हें आप अचार, दही, चटनी के साथ खा सकते हैं। ये गुजराती डिश है चाय के साथ भी खा सकते है। मेथी थेपला बनाइए और खाइए।
भारत के उत्तराखंड राज्य में दो प्रमुख मंडल हैं गढ़वाल और कुमाऊं।
कुमाऊं क्षेत्र के एक प्रमुख लोक कला है जिसका नाम है ऐपण।
ऐपण क्या है ?
“ऐपण” शब्द संस्कृत के शब्द “अर्पण” से लिया गया है।
“ऐपण” का शाब्दिक अर्थ होता है “लिखना”।
ऐपण उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में प्रत्येक त्योहार, शुभ अवसर, धार्मिक अनुष्ठान, नामकरण संस्कार, आदि पवित्र समारोह का एक अभिन्न अंग है, जिसमें तरह-तरह की आकृतियां, चित्र बनाए जाते हैं।
ऐपण कहाँ बनाए जाते हैं ?
ऐपण फर्श, दीवारों, घरो के प्रवेश द्वार, पूजा का क्षेत्र, मंदिर में चौकियों पर, पूजा की थाल में, पूजा के आसन में, विभिन्न देवी-देवताओं के लिए जो आसन बनाए जाते हैं उनमें और अब तो आधुनिक रूप से विभिन्न प्रकार के पेंटिग्स में भी इसका प्रयोग किया जाने लगा है ।
ऐपण बनाने की पारंपरिक विधि
उत्तराखंड के कुमाऊं में प्रत्येक महीना दिवाली के शुभ अवसर पर मुख्य त्योहारों पर अपने घरों को ऐपण से जरूर सजाती है।
परंपरागत रूप से ऐपण में गेरू और चावल को भिगोकर पीसे गये घोल (पेस्ट) का प्रयोग होता है। इसमें महिला अपने दाहिने हाथ की अंतिम तीन उंगलियों से विभिन्न प्रकार की ज्योमैट्रिक पेटर्न जिसमे स्वास्तिक, शंख,सूर्य, चंद्रमा, पुष्प देवी लक्ष्मी, गणेश आदि की आकृतियां बनाती है ।
ऐपण बनाने की आधुनिक विधि
आज के समय में महिलाएँ और लड़कियाँ गेरू और चावल के पेस्ट की जगह पर रंग – बिरंगे पेंट जैसे लाल, सफेद रंगों का प्रयोग करते हैं वे तरह-तरह के आकृतियाँ बनाती हैं।
ऐंपण कला का महत्व
उत्तराखंड के कुमाऊं की ये अनमोल कला को अभी तक संभालने और अपनी पीढ़ियों को आगे से आगे पहुंचाने का श्रेय किसी को जाता है तो वो है वहाँ की महिलाएं जो अपनी बहू, बेटियों को और बच्चों को अब ये पीढ़ी दर पीढ़ी सिखाते जा रही हैं। इसका बहुत ही अधिक महत्व है क्योंकि धीरे-धीरे हमारे लोक कलाएं विलुप्त होती जा रही हैं और इन को संभालना अब आज की नई पीढ़ी के लिए बहुत ही ज़रूरी है चाहे वो शहर में रह रहे हो या गाॅंव में।
खासकर जब बात आती है दिवाली के दिनों की तो अच्छा मौका होता है जब सब मिलकर कुछ ना कुछ अपने घर के लिए कर सकते हैं अपने मंदिर को सजा सकते हैं इस ऐपण के द्वारा और अपने समय का सदुपयोग के साथ-साथ इस विरासत को ख़त्म होने से बचा सकते हैं।
(आशा करती हूॅं आपको उत्तराखंड के इस लोक कला के बारे में जानकर अच्छा लगा होगा)
पनीर रोल नाश्ते में परोसे जाने वाले एक लाजवाब रोल है! जो बच्चों को बहुत पसंद आते है!
इसमें पनीर का स्वादिष्ट मसाला चपाती या पराठा में लपेट कर रोल बनाये जाते है, इसे घर पर बनाना बहुत सरल है!
इस विधि में मुख्य तीन चरण है
पनीर का मसाला बनाना
रोल के लिए चपाती बनाना और
रोल बनाना
पनीर के मसाले के लिए सामग्री
1 कप कसा हुआ पनीर
2 टेबल स्पून बारीक कटा हुआ धनिया
1 मध्यम प्याज, बारीक कटा हुआ
1 हरी मिर्च, बारीक कटी हुई
1/2 टी स्पून अदरक, लसून का पेस्ट
1/2 टी स्पून जीरा
1/4 टी स्पून गरम मसाला पाऊडर
1/2 टी स्पून लाल मिर्च पाऊडर
1 टी स्पून धनिया पाऊडर
2 टी स्पून टोमेटो केचप, स्वाद अनुसार नमक
1 टी स्पून तेल
चपाती के लिए सामग्री
3/4 कप + 1/4 कप गेहूँ का आटा या मैदा
2 टी स्पून तेल, दूध, नमक
रोल बनाने के लिए सामग्री
2 चीज़ क्यूब, कसा हुआ
1 कप कटा हुआ पत्ता गोभी, 4 टी स्पून हरी चटनी, तेल सेकने के लिए!
रोल के लिए चपाती बनाने की विधि
एक टबरतन में 3/4 गेहूं का आटा, 2 स्पून तेल और नमक लें!
जरूरत के अनुसार दूध या पानी डालें और चपाती या पराठे के आटे की तरह नरम आटा गूंथ लें! आटे को ढककर 10-15 मिनट के लिए रख दें! उसे 4 भागों में बाँट ले और लोई बना दें!
लोई को गेहूं के सूखे आटे में लपेटकर पतली चपाती बेल दें!
और तवे में हल्के भूरे होने तक सेंक लें…..!
इसे एक प्लेट में रखे और ढक दें ताकि नरम रहे..!
भराई के लिए मसाला बनाने की, विधि
एक कड़ाही में कम आँच पर तेल गरम करें, उसमें जीरा डालें! जब जीरा सुनहरा होने लगे तब बारीक कटा हुआ प्याज डालें! प्याज सुनहरे भूरे होने तक भूने! अदरक- लसून का पेस्ट डालें और 30 सेकंड के लिए भूने!
लाल मिर्च पाऊडर, धनिया पाऊडर, गरम मसाला पाऊडर, टोमेटो केचप, हरा धनिया और हरी मिर्च डालें……! अच्छी तरह से मिलाएं……!
गैस बंद कर दें! कसा हुआ पनीर और नमक डालें! अच्छी तरह से मिलाए! रोल बनाने के लिए मसाला तैयार है!
पनीर रोल बनाने की विधि
परोसने के समय मध्यम आँच पर एक तवा गरम करें! उसके ऊपर पहले से सेकी हुई चपाती डालें! तेल लगाकर फिर से सेंक लें! प्लेट में निकाले, उसके ऊपर समान रूप से 1 spoon हरी चटनी फैला दें! बीच में मसाला रखें और लंबाई में फैला दें! उसके ऊपर कसा हुआ चीज़ और कटा हुआ पत्ता गोभी डालें!
मसाले को चपाती से लपेटकर रोल बना लें
उन्हें टमाटर केचप और हरी चटनी के साथ परोसे!
सुझाव– आप चपाती और मसाले को पहले से बनाकर रख सकते है!
स्वाद- चटपटा और नमकीन..!
तो दोस्तों आप भी घर में पनीर रोल बनाइए, खाइये और खिलाइये, जरूर सभी को पसंद आयेगा.
माँ को जब देखती हूॅं चूल्हे पर रोटियाॅं सेकते हुए, नजर चली जाती है उसकी उंगलियों पर, जो शायद पक गई है, चूल्हे की ऑंच सहकर बरसो से, तो सोचती हूॅं, कि शायद उस विश्व रचयिता की उंगलियाॅं भी, इन उंगलियों के सामने कोई महत्व नहीं रखती।
तो दोस्तों रोटियाॅं के ऊपर एक कविता प्रस्तुत करने जा रही हूॅं….। एक नज़र पढ़ लीजियेगा।
6 सफेद ब्रेड (इन ब्रेड के ब्राउन वाले हिस्से को हम निकाल देंगे और छोटे-छोटे पीस इसमें कट करके एक ग्राइंडर में डालकर इसका बारीक पाउडर बना लेंगे)
गार्निशिंग के लिए –
स्ट्रॉबेरी जेली, व्हाइट एंड ब्राउन चॉकलेट ।
विधि – सबसे पहले एक नॉन स्टिक कढ़ाई में लगभग 5-6 चम्मच चीनी डालकर उसको हल्की ऑंच में कैरेमल होने के लिए रख देंगे,
बीच-बीच में चीनी को हिलाते रहेंगे जिससे कि वह जल ना जाए, तो उसे जल्दी से एक केक पैन में डाल देंगे और उसको धीरे-धीरे उसको एक पैन में फैला लेंगे। अब हमारा कैरेमल तैयार है।
अब हम 4 टेबलस्पून कस्टर्ड पाउडर को एक कप में थोड़े पानी के साथ अच्छे से मिक्स करेंगे ध्यान रहे उसमें कोई भी छोटी-छोटी गोलियाॅं नहीं बननी चाहिए। फिर हम एक नॉन स्टिक कढ़ाई में आधा लीटर दूध डाल देंगे और उसको मीडियम आँच में गरम करेंगे और फिर उसमें लगभग डेढ़ कप चीनी डालकर को पकाएंगे। जब चीनी उसमें पूरी तरीके से घुल जाए तो अब जो हमारा कस्टर्ड हमने घोल के रखा था उसको दूध में डाल देंगे अब जो हमने सफेद ब्रेड का चूरा बनाया था उसको धीरे-धीरे इस दूध में डालते जाएंगे और चलाते जाएंगे याद रहे कि गैस जो है मीडियम रहनी चाहिए और धीरे-धीरे हम सारा ब्रेड का चूरा उसके अंदर डाल देंगे और लगभग ऐसे 2 से 3 मिनट तक पकाना है।
अब यह हमारा कस्टर्ड जो है थोड़ा गाढ़ा हो जाएगा अब हम इसको उस केक पैन में डाल देंगे जिसमें हमने पहले से ही कैरेमल बना कर रखा है । अब इसको अच्छे से सेट करेंगे एलमुनियम फाइल की हेल्प से इसको ऊपर से अच्छे से और टाइट करके ढक देंगे।
लगभग अब हमें इसे रूम टेंपरेचर पर ही 1 से 2 घंटे तक रहने देना है। उसके बाद अब इसे हम फ्रिज में लगभग 2 घंटे के लिए रख देंगे।
2 घंटे के बाद अब आप इसको बाहर निकलेंगे और एक प्लेट में बहुत ही ध्यान पूर्वक पलट देंगे।
अब आपका कैरेमल कस्टर्ड पुडिंग तैयार है आप इसको ब्राउन, वाइट चॉकलेट को घिसकर और स्ट्रॉबेरी जेली के साथ गार्निशिंग कर सकते हैं ।