स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त पर बाल कविता
15 अगस्त 2021 को भारत देश की स्वतंत्रता को पूरे 75 साल पूरे हो जाएंगे। उन वीरों को हम नमन करें, स्वतंत्रता दिवस पर बाल कविता हिंदी में ।
आज़ादी की लहर
आज़ादी का परचम तब लहराया था,
जब अनगिनत माताओं के लाल ने रक्त बहाया था।
हर रक्त का एक-एक क़तरा आज बना वरदान है,
आज़ादी की हर साँस पर उनकी कुर्बानी का नाम है।
गाथाएं सुर वीरो की जब-जब दोहराई जाएगी,
जाने कितने वीरो के सीनो में देशभक्ति की ज्योत जलेगी।
अमर शहीद भगत सिंह जैसे वीरो की कहानी,
हर बच्चो के सीने में हर रोज दोहराई जाएगी।
अमर रहेंगे हरदम ये तिरंगे से इनकी याद जब आएगी,
आज़ादी की लहर बनकर सबकी नज़रें तिरंगे पर ठहर जाएगी।।
भारत मेरी शान
भारत मेरी शान, जीवन मिला वरदान,
कृतज्ञ हम उन सुर वीरों की,
आज़ादी का परचम जिन्होंने लहराया है।
अमर रहेगा नाम उनका,
हर भारतवासी के सीने में।
बच्चे बूढ़ों की ज़ुबानी उनकी गाथाएं दोहराएंगे,
आने वाले हर पीढ़ी को ये सबक ज़रूर सिखाएंगे।
मेरा वतन
जहां है शांति और अमन का राज,
जहां चारों धाम का होता मिलाप,
बसते जहां हर धर्म के वासी,
हर भाषा का अनोखा मेल होता जहां,
वह है मेरा वतन।।
गंगा, जमुना, सरस्वती का अनोखा संगम होता जहां,
मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे का दर्शन साथ करते यहां,
तुलसी, कबीर, सूरदास जैसे अनगिनत कवियों की,
कविताओं में रचा बसा मिलता मेरा वतन,
खेत खलियानों से सजी-धजी,
धरती उपजाऊ मिलती जहां,
वह है मेरा वतन।।
Supriya Shaw….